प्राचीन इतिहास पर आधारित प्रशन
Indian Ancient History
1. सिंधु घाटी सभ्यता के शहरों की गलियां थी-
सिंधु घाटी सभ्यता में शहरों की गलियां चौड़ी और सीधी होती थी यहां की सड़कें पूरब से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण की ओर जाती हुई एक दूसरे को समकोण पर काटती थी |
2. हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के खंडहर निम्नलिखित में से किस नदी के तट पर पाए जाते हैं-
हड़प्पा रावी नदी के किनारे जब भी मोहनजोदड़ो सिंधु नदी के किनारे पर अवस्थित है |
3. सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि कौन सी है-
सिंधु लिपि में लगभग 64 मूल चिन्ह, 250 - 400 तक अक्षर हैं, जो सेलखड़ी की आयताकार मोहरो, तांबे की गुटिकाओं आदि पर मिलते हैं ।
4. बिना दुर्ग के एकमात्र सिंधु नगर कौन सा था।
चन्हुदडो बिना दुर्ग का एकमात्र सिंधु नगर है। यह सिंधु के बाएं तट पर स्थित है, यहां से सबसे बड़ी मात्रा में प्रसाधन सामग्री मिली है, यह एक औद्योगिक नगर था।
5. मोहनजोदड़ो में सबसे बड़ा भवन कौन सा है।
मोहनजोदड़ो सबसे बड़ा भवन विशाल स्नानागार था जिसकी लंबाई 11.8 हॉट मीटर तथा चौड़ाई 7.01 मीटर थी ।
6. सिंधु घाटी के लोगों की एक महत्वपूर्ण रचना निम्नलिखित में से किस की मूर्ति थी ?
सिंधु घाटी के लोगों की एक महत्वपूर्ण रचना नृत्य करती हुई बालिका की मूर्ति है जो काशी से निर्मित है और यह मूर्ति मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई है।
7. देवी माता की पूजा संबंधित थी ?
देवी माता या मातृ देवी की पूजा सिंधु घाटी सभ्यता का एक विशिष्ट लक्षण था अतः मात्र देवी पूजा सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित थी।
8. लोथल नामक स्थान पर निम्नलिखित सभ्यताओं में से किसका जहाजी मालघाट था।
लोथल नामक स्थान पर सिंधु घाटी सभ्यता का जहाजी मालघाट था।
9. सिंधु अर्थव्यवस्था की ताकत थी -
सिंधु सभ्यता के लोगों का आर्थिक आधार कृषि एवं पशुपालन था सिंधु सभ्यता के लोगों ने ही सर्वप्रथम कपास हो गया था इसके अलावा भी गेहूं जो चावल का भी उत्पादन करते थे ।
10. सिंधु सभ्यता के टेराकोटा में निम्नलिखित में से कौन सा पालतू जानवर विद्वान नहीं था ?
सिंधु सभ्यता के टेराकोटा में गाय की आकृति का कोई साक्ष्य नहीं मिला था।
11. हड़प्पा सभ्यता के लोग मातृ देवी की उपासना के साथ-साथ और किस देवता की उपासना किया करते थे?
हड़प्पा सभ्यता के लोग मुख्यतः मातृ देवी की उपासना करते थे साथ ही साथ पशुपति की भी उपासना करते थे।
12. सिंधु घाटी सभ्यता के घर किससे बनाए जाते थे?
सिंधु घाटी सभ्यता के घर ईटों से बनाए जाते थे।
13. हड़प्पा सभ्यता कैसी सभ्यता थी ?
हड़प्पा सभ्यता नगरीय सभ्यता थी।
14. हड़प्पा सभ्यता की खोज किसके द्वारा की गई थी ?
हड़प्पा सभ्यता की खोज दयाराम साहनी के नेतृत्व में किया गया था ।
15. हड़प्पा सभ्यता की खोज किस वर्ष की गई थी?
हड़प्पा सभ्यता की खोज 1921 - 22 में दयाराम साहनी के नेतृत्व में किया गई थी।।
16.इतिहास के आरंभिक काल को निम्नलिखित में से क्या कहा जाता है ?
जिस काल का कोई लिखित साक्ष्य नहीं मिलता है उसे प्रागैतिहासिक के के अंतर्गत पाषाण कालीन सभ्यता आती है उपकरणों की भिन्नता के आधार पर संपूर्ण पाषाण युगीन संस्कृति को तीन मुख्य चरणों में विभाजित किया गया है यह है ,पुरा पाषाण काल, मध्य पाषाण काल और नवपाषाण काल ।
17. 'भीमबेटका गुफा' किस राज्य में है ?
भीमबेटका की गुफाएं प्रागैतिहासिक कला का प्रहरी होने के साथ ही भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम खजाना है, जो मध्य प्रदेश में स्थित है|
18. किस युग में पत्थर के औजार सबसे पहले पाए गए थे ?
पत्थर के औजार सर्वप्रथम पुरापाषाण काल में पाए गए थे।
19. निम्नलिखित में से कौन सी सभ्यता अपने नगर नियोजन के लिए प्रसिद्ध है।
सिंधु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषता नगर नियोजन को माना जाता है यहां नगर और कस्बे एक निश्चित योजना के अनुसार बसाए जाते थे साथ ही हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता के दो प्रमुख नगर थे ।
20. हड़प्पा के खंडहर निम्नलिखित में से किस नदी के तट पर पाए जाते हैं।
हड़प्पा के खंडहर रावी नदी के तट पर पाए जाते हैं ।
21 . सिंधु घाटी सभ्यता के निम्नलिखित स्थानों में से कौन सा स्थान सिंधु नदी के किनारे पर स्थित था?
मोहनजोदड़ो के अवशेष पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के दाहिने तट पर स्थित है यहां लगभग प्रत्येक घर में निजी कुएं और स्नानागार थे और पानी के लिए नालियों की व्यवस्था थी अनेक घरों में शौचालय भी बने हुए थे।
22. सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि कौन सी है?
सिंधु लिपि में लगभग 64 मूल चिन्ह 250 से 400 तक अक्षर हैं जो सेलखड़ी की आयताकार मोहरों तांबे की गुटिकाओं आदि पर मिलते हैं यह लिपि चित्रात्मक थी यह लिपि अभी तक पड़ी नहीं जा सकती है।
23. मोहनजोदड़ो का स्थानीय नाम……..था।
मोहनजोदड़ो जिसका सिंधी भाषा में अर्थ मृतकों का टीला होता है इसकी खोज सर्वप्रथम 1922 में राखल दास बनर्जी ने की तथा इसके पुरातात्विक महत्व की और ध्यान आकर्षित किया।
24. मोहनजोदड़ो में सबसे बड़ा भवन कौन सा है।
मोहन जोदड़ो का धान्यागार 45.72 मीटर लंबा तथा 22.86 मीटर चौड़ा था जोकि वहां का सबसे बड़ा भवन था मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानागार की उत्तर से दक्षिण की ओर लंबाई 11.88 मीटर तथा पूर्व से पश्चिम की ओर चौड़ाई 7.01 मीटर थी।
25. विशाल स्नानागार कहां मिला था?
विशाल स्नानागार मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुआ।
26. सिंधु घाटी के लोगों की एक महत्वपूर्ण रचना निम्नलिखित में से किस की मूर्ति थी?
सिंधु घाटी के लोगों की एक महत्वपूर्ण रचना नृत्य करती हुई बालिका की मूर्ति है जो कांसे से निर्मित है या मूर्ति मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई है।
27. देवी माता की पूजा संबंधित थी
देवी माता या मात्र देवी की पूजा सिंधु घाटी सभ्यता का एक विशिष्ट लक्षण था पुरातात्विक साक्ष्यों से प्राप्त मातृ देवी की मृण मूर्तियों से इस बात का ज्ञान होता है।
28. सिंधु घाटी सभ्यता का पत्तन नगर कौन सा है?
लोथल अहमदाबाद जिले में भोगवा नदी के किनारे स्थित है वर्ष 1955 तथा 1962 के मध्य यहां एसआर राव के निर्देशन में खुदाई की गई जहां 2 मील के घेरे में बसे हुए एक नगर के अवशेष प्राप्त हुए हैं यहां की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि पकी हुई ईटों का बना हुआ विशाल आकार का घेरा है जिसे राव महोदय ने जहाजों की गोदी बताया है।
29. लोथल नामक स्थान निम्नोक्त सभ्यताओं में से किसका जहाजी मालघाट था?
लोथल नामक स्थान सिंधु घाटी सभ्यता का जहाजी माल घाट था लोथल एक पत्तन नगर था।
30. निम्न में से कौन सा सिंधु घाटी सभ्यता का एक बंदरगाह शहर माना जाता है?
लोथल सिंधु घाटी सभ्यता का एक बंदरगाह शहर माना जाता है लोथल में दो भिन्न-भिन्न पीले नहीं मिलते पूरी की पूरी बस्ती एक ही दीवार से घिरी थी।
31. सिंधु घाटी सभ्यता में , कालीबंगा निम्नलिखित में से किसके लिए प्रसिद्ध है ?
कालीबंगा सेंधव कालीन सभ्यता का एक पुरास्थल है । यह राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में विद्यमान है । कालीबंगा से मिट्टी के पात्र प्राप्त हुए हैं।
32. सिंधु अर्थव्यवस्था की ताकत थी
सिंधु सभ्यता के लोगों का आर्थिक आधार कृषि एवं पशुपालन था कृषि सभ्यता के लोगों ने ही सर्वप्रथम कपास उगाया था इसके अलावा वे गेहूं और चावल का भी उत्पादन करते थे यह गाय, बैल, भैंस, हाथी, ऊंट, भेड़, बकरी, सूअर ,कुत्ता, आदि पशु पालते थे ।
33. निम्नलिखित में से कौन सी धातु हड़प्पन सभ्यता में नहीं पाई गई थी ?
हड़प्पा सभ्यता एक कांस्य युगीन सभ्यता थी यहां से तांबा, कांसा, स्वर्ण और चांदी आदि धातुएं तो मिली है परंतु लोहे की प्राप्ति नहीं हुई है वस्तुतः लोहा हड़प्पा कालीन लोग लोहे से परिचित नहीं थे ।
34. शोर्तुगई किस देश में है?
शोर्तुगई एवं मुंडिगाक सिंधु घाटी से संबंधित पुरास्थल क्षेत्र हैं जो अफगानिस्तान में स्थित है।
35. वैदिक आर्यों का प्रमुख भोजन था।
वैदिक आर्यों के भोजन में दूध , घी, दही आदि का प्रमुख महत्व था । ऋग्वेद में यव (जौ) डालकर छीर पकोदन तथा दही में में बनने वाले पनीर का उल्लेख मिलता है ।
36. निम्नलिखित में से कौन सा अन्न मनुष्य द्वारा सबसे पहले प्रयोग होने वालों में से था।
मनुष्य द्वारा सर्वप्रथम जौ का प्रयोग करने के साक्ष्य प्राप्त होते हैं।
37. वैदिक लोगों द्वारा किस धातु का प्रयोग पहले किया गया था?
ऋग वैदिक लोगों द्वारा सर्वप्रथम दावे का प्रयोग किया गया था ऋग्वेद में आयुष धातु का उल्लेख है किंतु इसकी पहचान संदिग्ध है कुछ विद्वान इसे तांबा कांसा या लोहा बताते हैं।।
38. वेद शब्द का अर्थ है।
वेद शब्द का अर्थ ज्ञान होता है।
39. किन तीन वेदों को संयुक्त रूप से वेद त्रयी कहा गया है।
ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद वेदों को संयुक्त रूप से वेद त्रयी कहा गया है
40. आर्य सभ्यता में मनुष्य के जीवन के आयु के आरोही क्रमानुसार निम्नलिखित चरणों में से कौन सा विकल्प सही है?
हिंदू धर्म में मानव जीवन को चार अवस्थाओं में विभाजित कर आश्रम व्यवस्था का प्रावधान किया गया है हिंदू धर्म शास्त्र मनुष्य की आयु 100 वर्ष मानते हैं तथा प्रत्येक आश्रम के निमित्त 25-25 वर्ष की अवधि निर्धारित करते हैं।
41. आर्य, आर्य पूर्व के साथ अपने संघर्षों में सफल रहे क्योंकि
आर्य, आर्य पूर्वो के साथ अपने संघर्षों में सफल रहे , इसका मुख्य कारण उन्होंने घोड़ों द्वारा चलाए जा रहे रथों का प्रयोग किया ।
42. आरंभिक वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था आधारित थी।
आरंभिक वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था व्यवसाय पर आधारित थी ऋग्वेद के नवें मंडल में एक स्थान पर उल्लेख मिलता है की मेरे पिता वृषज हैं मेरी माता चक्की चलाने वाली और मैं कवि हूं ।
43. ऋग्वैदिक आर्य पशुचारी लोग थे यह इस तथ्य से पुष्ट होता है कि -
ऋग्वेद में गाय और सांड की इतनी चर्चा है की ऋग्वैदिक आर्यों को मुख्य रूप से पशुचारक कहा जा सकता है गाय का 176 बार उल्लेख मिलता है उनकी अधिकांश युद्ध गाय को लेकर ही हुए हैं ऋग्वेद में युद्ध का पर्याय गविष्टि है गाय सबसे उत्तम धन मानी जाती थी जहां कहीं पुरोहितों को दी जाने वाली दक्षिणा की बात आई उसमें आमतौर पर गाय और दासियां होती थी ।
44. आर्यों को एक जाती कहने वाला पहला यूरोपियन कौन था?
मैक्स मूलर महोदय आर्यों का आदि देश मध्य एशिया रोड्स बक्ट्रिया को मानते हैं । मूलर के अनुसार पामीर के पठार से ही इंडो- ईरानी जाती पूर्व में पंजाब तथा पश्चिम में मेसोपोटामिया की ओर गई ।
45. आर्यन जनजातियों की प्राचीनतम बस्ती कहां है ?
व्याख्या: आर्यन जनजातियों की प्राचीनतम बस्ती सप्त सिंधु क्षेत्र में स्थापित हुई थी जो सिंधु नदी से लेकर गंगा नदी तक विस्तृत थी।
46. निम्नलिखित में से कौन सी जनजातीय सभा सामान्य रूप से जनजातीय सरदार के चुनाव में शामिल होती थी।
ऋग्वेद में समिति का 9 बार उल्लेख मिलता है समिति को विश्व अथवा जनसाधारण की आवाज अभिव्यक्त करने वाली संस्था कहा गया है राजा के निर्वाचन एवं पुनः निर्वाचन में इसका महत्वपूर्ण योगदान था।
47. राज्याभिषेक समारोह का विवरण लिखित में से किस में किया गया है।
ऐतरेय ब्राह्मण ऋग्वेद के साकल शाखा से संबंध है ऐतरेय ब्राह्मण में राज्याभिषेक समारोह का विवरण प्राप्त होता है।
48. वैदिक युग में राजा अपनी जनता से जो कर वसूल करते थे उसे क्या कहते थे?
वैदिक युग में राजा अपनी जनता से जो कर वसूल करते थे , उसे बलि कहा जाता था बली को संग्रहित करने वाला अधिकारी भाग दूध या भाग दुग कहलाता था जबकि संग्रहित कोषाध्यक्ष का कार्य संभालते थे।
49.प्रसिद्ध गायत्री मंत्र कहाँ से लिया गया है?
प्रसिद्ध गायत्री मंत्र ऋग्वेद के तृतीय मंडल से लिया गया है यह मंत्र सूर्य देव को समर्पित है।
50. भारतीय प्रतीक पर उत्कीर्ण 'सत्यमेव जयते' लिया गया है ।
भारतीय प्रतीक पर उत्कीर्ण सत्यमेव जयते मुंडकोपनिषद से लिया था इसका अर्थ सत्य की विजय होती है ।
51. निम्न में से किस विदुषी ने वाद विवाद में अज्ञेय याज्ञवल्क्य को चुनौती दी थी
याज्ञवल्क्य को गार्गी द्वारा चुनौती दी गई थी । याज्ञवल्क्य गार्गी संवाद का उल्लेख बृहदारण्यक उपनिषद में मिलता है ।
52. प्राचीन भारत में निम्नलिखित में किस विवाह को विधि सम्मत नहीं माना जाता है ।
हिन्दू धर्म में विवाह की सोलह संस्कारों में से एक संस्कार माना गया है । प्राचीन में विवाह 8 प्रकार के बताए गए है ।
53. गौतम बुद्ध का जन्म स्थान किसके द्वारा अंकित किया जाता है।
अशोक के रमिन्न देई स्तंभ लेख से पता चलता है कि वह अपनी राज्याभिषेक के 20वे वर्ष लुंबिनी ग्राम में गया वहां उसने पत्थर की दीवार बनवाएं और शीला स्तंभ खड़ा किया जहां भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था अतः लुंबिनी ग्राम का भूमि घटाकर 1/8 कर दिया गया ।
54. बुद्ध किस वंश से संबंधित थे ।
बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध शाक्य वंश से संबंधित है इनका जन्म कपिलवस्तु की लुंबिनी में शाक्य मुखिया शुद्धोधन के यहां हुआ था।
55. प्रथम बौद्ध परिषद कहां आयोजित की गई ?
प्रथम बौद्ध परिषद का आयोजन मगध सम्राट अजातशत्रु के समय में राजगृह की सप्तपर्णी गुफा में किया गया था इस बौद्ध परिषद की अध्यक्षता महा कश्यप ने की थी ।
56. पांचवी बौद्ध परिषद का आयोजन किसने किया था?
पांचवी बौद्ध परिषद का आयोजन हर्ष के समय में कन्नौज में किया गया था जबकि अशोक के समय तीसरी और कनिष्क के समय में चौथी बौद्ध परिषद का आयोजन किया गया था ।
57. बुद्ध का अर्थ है ।
6 वर्षों की साधना के पश्चात 35 वर्ष की आयु में वैशाख पूर्णिमा की रात को एक पीपल के नीचे सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ इसके बाद वह बुद्ध के नाम से विख्यात हुए अतः बुद्ध का अर्थ ज्ञान प्राप्ति से है ।
58. निम्न में से बौद्ध साहित्य की पहचान कीजिए ।
त्रिपिटक बौद्ध धर्म के साहित्य का अंग है यह सत्य पिटक विनय पिटक और अभिधम्म पिटक । उपनिषद एवं आरण्यक वैदिक ब्राह्मण धर्म से तथा अंग जैन धर्म से संबंधित है ।
59. बौद्ध धर्म में समाज के दो वर्गों को अपने साथ जोड़ कर एक महत्वपूर्ण प्रभाव छोड़ा युवा वर्ग थे ।
बौद्ध धर्म ने स्त्रियों और शूद्रों के लिए अपने द्वार खोलकर समाज पर गहरा प्रभाव जमाया ब्राह्मण धर्म ने स्त्रियों और शूद्रों को एक ही दर्जे में रखा और उनके लिए ना यज्ञोपवीत संस्कार का विधान किया और वेद अध्ययन का बौद्ध धर्म ग्रहण करने पर उन्हें इस अधिकार हीनता से मुक्ति मिल गई।
60. बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन कहां दिया था?
बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन सारनाथ में दिया जिसे बौद्ध ग्रंथों में धर्म चक्र प्रवर्तन कहा गया है बुद्ध ने अपना उपदेश जनसाधारण की भाषा पाली में दिए ।
61. धातु से बने सिक्के सबसे पहले प्रकट हुए थे।
भारत के प्राचीनतम धातु के सिक्कों को जो पांचवी अथवा छठी शताब्दी ईसा पूर्व के हैं पंच मार्क अथवा आहत सिक्के कहा जाता है अधिकांश चांदी के हैं परंतु कुछ तांबे के आहत सिक्के भी प्राप्त हुए हैं इन्हें आहत इसलिए कहा जाता है क्योंकि इन पर अलग से ठप्पा मारकर विभिन्न प्रतीक अंकित किए गए हैं ऐसे सिक्के समूचे देश में तक्षशिला से मगध तक और मगध से मैसूर तक मिले हैं ।
62. प्रारंभिक बौद्ध धर्म ग्रंथों की रचना किस में की गई थी ।
प्रारंभिक बौद्ध धर्म ग्रंथों की रचना पाली पाठ में की गई थी पाली उस समय आम जनों की भाषा थी बाद में बौद्ध धर्म ग्रंथ संस्कृत में भी लिखे गए ।
63. आरंभिक बौद्ध साहित्य किस भाषा में रचे गए ।
आरंभिक बौद्ध साहित्य पाली भाषा में रचे गए थे ।
64. निम्न में से कौन सा एक भारत में उत्पन्न सबसे बाद वाला बौद्ध धर्म का ग्रंथ है?
उपर्युक्त विकल्पों में से भारत में रचित सबसे बाद में बौद्ध धर्म ग्रंथ वामसाथपाकसिनी था । इसकी रचना 10 वीं शताब्दी में हुई थी
65. बौद्ध धर्म में बुल का संबंध बुद्ध के जीवन की किस घटना के साथ है।
कमल व सांड का संबंध बुद्ध के जन्म से घोड़ा गृह त्याग से, पीपल ज्ञान से, पद चिन्ह निर्वाण से एवं स्तूप का संबंध मृत्यु से है।
66. बुद्ध को प्रबोध कहां प्राप्त हुआ था?
बुद्ध को ज्ञान बोधगया में प्राप्त हुआ था।
67.बुद्ध,धम्म और संघ मिलकर कहलाते हैं।
बौद्ध धर्म के त्रिरत्न हैं बुद्ध धम्म और संघ । बौद्ध धर्म में संघ का महत्वपूर्ण स्थान है यह त्रिरत्न का एक अनिवार्य अंग है। सारनाथ में अपना प्रथम उपदेश देने के बाद बुद्ध ने 5 ब्राह्मण शिष्य के साथ संघ की स्थापना की ।
68. "इच्छा सब कष्टों का कारण है" इसका प्रचार करने वाला धर्म कौन सा है?
"इच्छा अर्थात तृष्णा सब कष्टों का कारण है" इसका प्रचार करने वाला धर्म, बौद्ध धर्म है । बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य (1)दुख (2) दुख समुदाय(3) दुःख निरोध तथा (4)दुख निरोध गामिनी है।
69. बौद्धों के पवित्र अवशेषों पर निर्मित गुंबद आकार छत वाली अर्ध गोलाकार संरचना को क्या कहते हैं ।
बौद्धों के पवित्र बौद्धों के पवित्र अवशेषों पर निर्मित गुंबद आकार छत वाली अर्ध गोलाकार संरचना को स्तूप कहते हैं इसी स्तूप को चैत्य भी कहा गया है।
70. निम्न में कौन सा शासक बुद्ध का समकालीन नहीं था।
बुद्ध के समकालीन शासकों में से मगधराज बिंबिसार और अजातशत्रु कौशल नरेश प्रसनजीत तथा वत्सराज उदयन थे। महापद्मनंद बुद्ध का समकालीन शासक नहीं था ।
71. बुद्ध की मृत्यु किस वर्ष हुई ।
गौतम बुद्ध की मृत्यु 483 ईसा पूर्व में 80 वर्ष की आयु में कुशीनगर में हुई थी । उसे बौद्ध ग्रंथों में महापरिनिर्वाण कहा गया है ।
72. कौन सा स्थान गौतम बुद्ध से संबद्ध नहीं है।
महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में कपिलवस्तु के समीप लुंबिनी में हुआ था। बोधगया में वैशाख पूर्णिमा की रात को उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ काशी के ऋषिपत्तनम में उन्होंने प्रथम उपदेश दिया एवं कुशीनगर में उनका निधन हुआ ।
73. भारतीय इतिहास के निम्नलिखित युगों में से किस के दौरान क्षत्रिय एक विशिष्ट पहचान रखते थे।
बुद्ध युग में क्षत्रिय एक विशिष्ट पहचान रखते थे। महात्मा बुद्ध एवं महावीर स्वामी स्वयं क्षत्रिय कुल से संबंधित थे। बौद्धकालीन अंगुत्तरनिकाय में महाजनपद की सूची प्राप्त होती है ।जिसके अधिकतर शासक क्षत्रिय कुल से संबंधित थे ।
74. महावीर कौन थे ।
महावीर जैनियों के 24 वे में एवं जैन धर्म के वास्तविक संस्थापक माने जाते हैं जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे ।
75. भारत में जैन धर्म का संस्थापक कौन है?
भारत में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव या आदिनाथ को माना जाता है और इसका प्रथम उल्लेख ऋग्वेद में 22वें तीर्थंकर अरिष्टनेमि के साथ मिलता है 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ तक जैन धर्म के अनुयायियों को निर्ग्रंथ कहा जाता था, लेकिन महावीर स्वामी द्वारा जैन शिक्षाओं में विस्तार के साथ इसका नाम ' जैन धर्म ' कर दिया गया ।
76. जैन धर्म का पहला तीर्थंकर किसे माना जाता है ?
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव थे ।
77.वर्धमान महावीर को परिनिर्वाण कहाँ प्राप्त किया ?
वर्धमान महावीर ने महाजनपद की राजधानी पावा या पावापुरी में परिनिर्वाण प्राप्त किया था पावापुरी बिहार राज्य के नालंदा जिले में स्थित है जैन धर्म की 24 में तीर्थंकर महावीर स्वामी थे ।
78. जैन साहित्य को क्या कहते हैं?
जैन साहित्य की ' आगम ' सिद्धांत कहा जाता है । इसके अंतर्गत 12 अंग , 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण , 6 छेद सूत्र , 4 मूल सूत्र एवं अनियोग सूत्र आते है । बौद्ध साहित्य की त्रिपिटक कहा जाता है ।
79. प्राचीन भारत का प्रसिद्ध वह शासक कौन था जिसने अपने जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म अपना लिया था?
चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म अपना लिया था । उसने है साधु भद्रबाहु से जैन धर्म की दीक्षा लेकर श्रवणबेलगोला स्थित चंद्रगिरी पहाड़ी पर 298 ईसा पूर्व में उपवास द्वारा अपना शरीर त्याग दिया था ।
80. दक्षिण भारत में प्रसिद्ध जैन केंद्र स्थित है।
दक्षिण भारत में प्रसिद्ध जैन केंद्र कर्नाटक में मैसूर स्थित श्रवणबेलगोला है यहां गोमतेश्वर की मूर्ति चामुंडा राय ने बनाई है ।
81. भारत में सबसे पुराना लौह युग जुड़ा हुआ है।
लोहे की प्राचीनता संबंधी साहित्य और उल्लेखों की पुष्टि पुरातात्विक प्रमाण से भी हो जाती है अहिछत्र, अतरंजीखेड़ा, आलमगीरपुर, मथुरा, रोपड़, श्रावस्ती आदि स्थलों से लौह युगीन की संस्कृति के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस काल के लोग एक विशिष्ट प्रकार के बर्तन का प्रयोग करते थे जिसे चित्रित धूसर मृदभांड कहा जाता है।
82. मगध के उत्थान के लिए कौन सा प्रथम शासक उत्तरदायी था?
बिंबिसार मगध की गद्दी पर 544 ईसा पूर्व में बैठा था इसमें राजगृह का निर्माण कर उसे अपनी राजधानी बनाया यह बौद्ध धर्म का अनुयायी था। तथा उसने चंड प्रद्योत की सेवा में अपने राजवैद्य जीवक को भेजा बिंबिसार की हत्या उसके पुत्र अजातशत्रु ने कर दी थी मगध के उत्थान के लिए दिन विचार ही उत्तरदायी था।
83. छठी शताब्दी ईसा पूर्व मगध में किस का विशाल भंडार था?
छठी शताब्दी ईसा पूर्व मगध राज्य में लव का विशाल भंडार था।
84. उस राज्य का नाम बताइए जिसने पहली बार युद्ध में हाथियों का इस्तेमाल किया?
मगध राज्य ने पहली बार युद्ध में हाथियों का इस्तेमाल किया मगध राज्य में पाए जाने वाले जंगलों में हाथी पर्याप्त संख्या में थे। जिनका प्रयोग मगध सेना में किया गया।
85. प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए प्रयुक्त भाषा थी?
प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए अधिकांश था संस्कृत भाषा प्रयुक्त होती थी।
86.हेरोडोटस को माना जाता है।
हेरोडोटस को इतिहास का जनक माना जाता है।।
87. अलेक्जेंडर और पोरस ने लड़ाई लड़ी थी।
यूनानी स्रोतों के अनुसार पौरव राजा पोरस के साथ सिकंदर का प्रसिद्ध युद्ध हाइडेस्पीज नदी के किनारे हुआ था इस युद्ध में पोरस की हार हुई परंतु सिकंदर ने पोरस की बहादुरी से प्रभावित होकर उसके राज्य को वापस कर उससे मित्रता कर ली ।
88. किसकी सेना ने ग्रीक शासक सिकंदर के साथ झेलम नदी के तट पर मुकाबला किया?
ग्रीक शासक सिकंदर और पोरस के बीच युद्ध झेलम नदी पर हुआ।
89. यहूदियों के धार्मिक पाठ का नाम है।
यहूदियों के धार्मिक पाठ का नाम मूसा संहिता है और उनके पूजा स्थल सीना गौस के नाम से जाना जाता है त्रिपिटक बौद्धों का और जेंद अवेस्ता पारसियों का पवित्र ग्रंथ है।
90. महाभाष्य से लिखा था ।
महाभाष्य के रचनाकार पतंजलि थे किस ग्रंथ से यह जानकारी मिलती है कि मौर्य शासकों ने आर्थिक संकट से उबरने के लिए देव प्रतिमाएं बनवाकर बनवाई थी।
91. निम्नलिखित नामों से प्राचीन भारत के चिकित्सकीय त्रय की पहचान करिए -
चरक, सुश्रुत और वाग्भट को चिकित्सकीय त्रय के नाम से जाना जाता है यह तीनों ही चिकित्सा आयुर्वेद के सिद्धहस्त थे।
92. यूनानियों को भारत से किसने निकाला था?
यूनानियों को भारत से बाहर निकालने का श्रेय चंद्रगुप्त मौर्य को जाता है 305 ईसा पूर्व में यूनानी शासक सेल्यूकस और चंद्रगुप्त मौर्य के मध्य हुए युद्ध के उपरांत हुई संधि के फल स्वरुप सैलरी कसने चंद्रगुप्त मौर्य के साथ अपनी पुत्री के विवाह में दहेज के रूप में एरिया आरा कोशिया जेड्रोसिया और परिपेमिसदाई के क्षेत्रों को दिया था।
93. चंद्रगुप्त मौर्य ने अंतिम दिन यहां गुजारे।
जैन लेखकों के अनुसार चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने जीवन के अंतिम चरण में अपने पुत्र के पक्ष में सिंहासन छोड़ कर जैन साधु भद्रबाहु के साथ श्रवणबेलगोला चले गए और यह उसने कायक्लेश द्वारा शरीर त्याग दिया था ।
94. चंद्रगुप्त मौर्य का पुत्र कौन था।
बिंदुसार सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य का पुत्र था बिंदुसार को अमित्र घाट भी कहा जाता है यूनानी इतिहासकार इसे अमित्रोचेट्स के नाम से पुकारते हैं नीमसार ने अपने पिता से जिस विशाल साम्राज्य को उत्तराधिकार में प्राप्त किया था उसे अक्षुण्ण बनाए रखा।
95.बिंदुसार का पुत्र कौन था?
अशोक मौर्य राजवंश का महान शासक था यह बिंदुसार का पुत्र था।
96.बिन्दुसार के शासन के दौरान अशांति कहां थी ।
चंद्रगुप्त मौर्य के उत्तराधिकारी एवं उसके पुत्र बिंदुसार के शासनकाल में तक्षशिला में विद्रोह हुआ उसने अशोक को कुमारामात्य बनाकर वहां का विद्रोह दबाने के लिए भेजा ।
97. अशोक के अधीन मौर्य राजतंत्र का सबसे सही वर्णन निम्नलिखित में से कौन सा होगा ?
अशोक के अधीन मौर्य राजतंत्र केंद्रीकृत शासन के आधिपत्य पर आधारित था
98. अशोक की प्रशासनिक नीति में भारी परिवर्तन किस घटना से आया?
अशोक की प्रशासनिक नीति में भारी परिवर्तन कलिंग युद्ध की घटना के बाद आया कलिंग युद्ध के बाद ही अशोक द्वारा मेरी घोष की नीति का त्याग कर धन घोष की नीति को अपनाया गया।
99.निम्नलिखित में से वह व्यक्ति कौन है, जिसका नाम देवा नाम पर प्रियदर्शी था?
मौर्य सम्राट अशोक के अभिलेखों में उसे देवानामप्रिय देवा नाम प्रियदर्शी तथा राजा आदि की उपाधियों से संबोधित किया गया है मास्की गुर्जर नेट्टूर तथा उद गोलाम में उसका नाम अशोक मिलता है तथा पुराणों में उसे अशोक वर्धन कहा गया है।
100. देवानामप्रिय के नाम से कौन विख्यात है?
अशोक महान को देवनाम्प्रिया के नाम से भी जाना जाता है।
101. निम्नलिखित में से किस की जानकारी अशोक के शिलालेखों से मिलती है?
अशोक का इतिहास हमें मुख्यतः अभिलेखों से ही ज्ञात होता है इसकी अभिलेखों का विभाजन तीन वर्गों में किया जा सकता है 1. शिलालेख स्तंभ लेख गुहालेख शिलालेख विभिन्न लेखों का एक समूह है जो 8 भिन्न-भिन्न स्थानों से प्राप्त किए गए हैं इनमें अशोक कालीन विदेश नीति आंतरिक नीति एवं जीवन वृत्त की जानकारी प्राप्त होती है अशोक के अधिकांश अभिलेख प्राकृत भाषा एवं ब्राह्मी लिपि में लिखे गए हैं केवल दो अभिलेखों शाहबाजगढ़ी एवं मान सेहरा की लिपि ब्राह्मी ना होकर खरोष्ठी है
102.कलिंग युद्ध के बाद निम्न में से किसने महाराज अशोक के रूपांतरण को दर्ज किया है?
13वें शिलालेख से कलिंग युद्ध के संदर्भ में स्पष्ट साक्ष्य मिलते हैं यह घटना अशोक के शासनकाल के आठवें वर्ष अर्थात 261 ईसा पूर्व में घटित हुई इस शिलालेख में उसने कलिंग युद्ध में हुई पीड़ा पर दुख और पश्चाताप व्यक्त किया है और युद्ध त्याग की घोषणा की है।
103. कलिंग युद्ध किस वर्ष में हुआ था?
कलिंग युद्ध 261 ईसा पूर्व हुआ था।
104. अशोक पर कलिंग युद्ध का प्रभाव कहां दिखाई देता है?
अशोक पर कलिंग युद्ध का प्रभाव 13 सिला स्तंभ में दिखाई देता है।
105. चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा गया यूनानी राजदूत था ?
मेगस्थनीज सर्वप्रथम भारत आया था मेगास्थनीज यूनानी शासक सेल्यूकस निकेटर का राजदूत था जो चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में आया था उसने अपनी पुस्तक इंडिका में मौर्य जोगी समाज एवं प्रशासन के विषय में लिखा है।
106. मौर्य के दरबार में ग्रीस का राजदूत का क्या नाम था?
मौर्य के दरबार में गिरीश राजपूत का नाम मेगस्थनीज था।
107. इंडिका किसने लिखी है?
इंडिका पुस्तक मेगास्थनीज ने लिखी है।
108. अशोक ने किस बौद्ध साधु से प्रभावित होकर बौद्ध धर्म अपनाया?
सिंगली अनुसूचियों दीपांश एवं महा वंश के अनुसार अशोक को उसके शासन के चौथे वर्ष निग्रोध नामक बिच्छू ने बौद्ध धर्म में दीक्षित किया दिव्यावदान अशोक को बौद्ध धर्म में दीक्षित करने का श्रेय उप गुप्त नामक बौद्ध भिक्षु को देता है।
109.चंद्रगुप्त मौर्य का प्रसिद्ध गुरु चाणक्य निम्नलिखित में से किस विद्या केंद्र से संबंधित था?
चंद्रगुप्त मौर्य का प्रसिद्ध गुरु चाणक्य तक्षशिला विद्या केंद्र से संबंधित था।
110. मौर्य काल के दौरान शिक्षा का सबसे प्रसिद्ध केंद्र निम्न में से कौन सा था।
मौर्य काल में शिक्षा का सर्वाधिक प्रसिद्ध केंद्र तक्षशिला था यहां विश्व भर से लोग पढ़ने आते थे यह वर्तमान इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी से कुछ ही दूरी पर पश्चिम में स्थित है चंद्रगुप्त मौर्य ने सैनिक शिक्षा तक्षशिला से प्राप्त किया था चाणक्य यहां का प्रसिद्ध आचार्य था।
111. अर्थशास्त्र के लेखक किसके समकालीन थे?
चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य कौटिल्य की सहायता से अंतिम नंद वंश के शासक धनानंद को पराजित कर 322 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी अर्थशास्त्र का लेखक कौटिल्य चंद्रगुप्त मौर्य का प्रधानमंत्री था।
112. अर्थशास्त्र की रचना किसने की थी?
अर्थशास्त्र के रचयिता कौटिल्य है।
113. अशोक के शिलालेख किस लिपि में खुदे हुए हैं?
अशोक के अभिलेखों में शाहबाजगढ़ी एवं मान सेहरा के अभिलेख खरोष्ठी लिपि में तक्षशिला एवं लघमान अभिलेख आरमेइक की लिपि शरेकुना अभिलेख आरमेइक एवं ग्रीक लिपि में उत्कीर्ण है इसके अलावा सभी शिलालेख लघु शिलालेख स्तंभ शिलालेख एवं लघु स्तंभ लेख ब्राह्मी लिपि में उत्कीर्ण में हैं।
114.निम्न में से किसने और कब पहली बार अशोक के शिलालेखों का अर्थ स्पष्ट किया था?
सर्वप्रथम 1835 ईस्वी में जेम्स प्रिंसेप नामक विद्वान ने अशोक के शिलालेखों को पड़ा था जबकि सबसे पहले 17 से 50 ईसवी में टिफिन टेलर महोदय द्वारा खोजा गया अभिलेख दिल्ली मेरठ अभिलेख था।।
115. किस प्रसिद्ध शासक को शिलालेखों का जनक कहा जाता है?
मौर्य वंश के शासक अशोक को शिलालेखों का जनक कहा जाता है।
116. निम्न में से कौन सा तत्व धम्म में वर्णित नहीं था?
धम्म में वर्णित विधायक पक्षी प्राणियों की हत्या ना करना, प्राणियों को छाती ना पहुंचे, माता-पिता की सेवा करना, भ्रातृ भाव, दान पुण्य,अल्प व्यय,अल्प संचय इत्यादि धम्म में संघ के प्रति आस्था संबंधित कोई तत्व वर्णित नहीं है ।
117. मौर्य वंश के शासन के दौरान स्थानीय कौन था?
मौर्य वंश के शासन के दौरान स्थानिक जिला प्रशासक होता था मेगास्थनीज ने नगर के प्रमुख अधिकारी को एस्ट्रोनोमाई कहा है उसके अनुसार जिले का अधिकारी एग्रोनोमाई था ।
118. मौर्य वंश के तत्काल बाद किस वंश ने आकर मगध राज्य पर शासन किया?
अंतिम मौर्य सम्राट बृहद्रथ की हत्या करके पुष्यमित्र शुंग द्वारा 184 ईसा पूर्व में शुंग वंश की स्थापना की गई।
119. मौर्य वंश का अंतिम शासक कौन था?
मौर्य वंश का अंतिम शासक वृहाद्रथ था।
120. मिलिंदपन्हो क्या है?
मिलिंदपन्हो एक बौद्ध पाठ्य ग्रंथ है जो indo-greek शासक मिनांडर एवं बौद्ध भिक्षु नाग सेन के संवाद के रूप में रचित है।
121. चरक किसके राज्य चिकित्सक थे?
चरक कनिष्क के राज्य चिकित्सक थे उन्हें चिकित्सा का जनक कहा जाता है उन्हें चिकित्सा की प्रत्येक विधा पर समान अधिकार था उन्होंने चिकित्सा शास्त्रीय ग्रंथ चरक संहिता की रचना की ।
122.कुषाण काल में भारतीय और ग्रीक शैली के मिश्रण से विकसित कला विद्यालय को किस नाम से जाना जाता है?
गांधार कला कुषाण कला में विकसित हुई थी गांधार कला की विषय वस्तु भारतीय थी परन्तु कला शैली यूनानी और रोमन थी। इसलिए गांधार कला को ग्रीको रोमन ग्रीको बुद्धिस्ट या हिंदू यूनानी कला भी कहा जाता है सर्वप्रथम गांधार नामक स्थान पर इसके प्रकट होने के कारण इसे गांधार कला कहा जाता है।
123.कौन सी कला ग्रीको बौद्ध कला के नाम से भी जानी जाती है?
गांधार शैली भारतीय और यूनानी कला की सम्मिश्रण शैली है। इस कला शैली के प्रमुख संरक्षक शक एवं कुषाण थे इस कला का विषय मात्र बौद्ध होने के कारण इसे यूनानी बौद्ध indo-greek या greco-roman भी कहा जाता है।
124. कुषाण वंश के प्रसिद्ध राजा का नाम बताइए?
कुषाण वंश का प्रसिद्ध शासक कनिष्क था इसके राज्यारोहण की तिथि 78 ईसा भारत में शक संवत की सूचक है ।
125. कनिष्क किस वर्ष में राज्य सिंहासन पर आरूढ़ हुआ?
कनिष्क 78 ईसवी में राज्य सिंहासन पर आरूढ़ हुआ।
126. शक संवत किसने और कब शुरू किया था?
शक संवत का संस्थापक कनिष्क था कनिष्क द्वारा इसे 78 ईसवी में प्रारंभ किया गया था।
127. बौद्ध धर्म का संरक्षक को कुषाण शासक कौन था ?
बौद्ध धर्म का संरक्षक कुशल शासक कनिष्क था उस के शासनकाल में कश्मीर के कुंडल वन नमक स्थान पर चतुर्थ बौद्ध संगीति का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान वसुमित्र ने की थी तथा अश्वघोष इसके उपाध्यक्ष बनाए गए कनिष्क के समय बौद्ध धर्म दो संप्रदायों में बट गया हीनयान तथा महायान ।
128. कला की गांधार शैली किसके शासनकाल में पनपी थी?
कुषाण काल के दौरान मूर्तिकला की गांधार शैली भारत ग्रीक शैली का मिश्रण है इसका केंद्र बिंदु गांधार था अतः इसे गांधार कला शैली भी कहा जाता है इसमें बुद्ध एवं बोधिसत्व की मूर्तियां काले स्लेटी पाषाण से बनाई गई है।
129.प्राचीन काल में निम्नलिखित में से कौन कलिंग का एक महान शासक था ?
प्राचीन काल में खारवेल कलिंग का एक महान शासक था इसके बारे में हमारे जानकारी का मुख्य स्रोत हाथीगुंफा अभिलेख है यह द्वितीय सदी ईसा पूर्व में शासक हुआ था तथा इसका संबंध कलिंग के चेदि वंश से था इसने अनेक विजय प्राप्त की जिन में मगध के शासक वृहस्पति मित्र तथा दक्षिण के सातवाहन शासक सातकर्णि पर विजय प्रमुख है यह जैन तीर्थंकर की मूर्ति को मगध से कलिंग ले जाने में सफल रहा इसने कृषि हेतु नहरों का निर्माण करवाया तथा प्राचीन नदी के दोनों तटों पर महा विजय प्रसाद नामक महल बनवाया या जैन धर्म का अनुयाई था इसने ऐरा महाराज, मेघवाहन, कलिंगा अधिपति आदि उपाधियां भी धारण की थी
130. राजा खारवेल किस चेदि वंश के महानतम शासक थे?
राजा खारवेल कलिंग वंश के महान शासक थे।
131.कलिंग शासक खारवेल ने संरक्षण दिया?
कलिंग शासक खारवेल ने जैन धर्म को संरक्षण दिया।
132. सातवाहन का सबसे बड़ा शासक कौन था?
गौतमीपुत्र शातकर्णी, सातवाहन वंश का सर्वश्रेष्ठ शासक था इसकी माता गौतमी बल श्री की नासिक प्रशस्ति तथा पुलउमावि के नासिक गुहालेख से इसकी सैनिक सफलताओं के विषय में सूचना मिलती है नासिक प्रशस्ति से पता चलता है कि इसके वाहनों ने तीनों समुद्रों बंगाल की खाड़ी अरब सागर तथा हिंद महासागर का जल पिया था।
133. निम्नलिखित में से विद्या की सबसे पुरानी पीठ कौन सी है?
तक्षशिला विद्या की सबसे पुरानी पीठ है यह मोरी युद्ध के पूर्व ही स्थापित था नालंदा एवं उज्जैन गुप्तकालीन जबकि विक्रमशिला पाल युगीन विद्या केंद्र थे तक्षशिला नगरी अत्यंत प्राचीन काल में गांधार जनपद की राजधानी थी यह आधुनिक रावलपिंडी से 20 मील पश्चिम की ओर से तथा झेलम नदी के बीच स्थित है इसकी सबसे अधिक ख्याति शैक्षणिक क्षेत्र में मानी जाती है या उच्च शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।
134. महरौली में संग्रहित लौह स्तंभ किसने स्थापित किया?
महरौली का लौह स्तंभ गुप्त शासक चंद्रगुप्त द्वितीय ने बनवाया था चंद्रमा की विधियों का उल्लेख है यह स्तंभ गुप्तकालीन धातु विज्ञान के समुन्नत होने का ज्वलंत प्रमाण है।
135. चंद्रगुप्त द्वितीय और किस नाम से जाना जाता था?
चंद्रगुप्त द्वितीय को विक्रमंक या विक्रमादित्य कहा जाता है।
136. गुप्त काल के चांदी के सिक्कों को कहते थे?
गुप्तकालीन सोने के सिक्कों को दीनार एवं चांदी के सिक्कों को रूप्यक कहा जाता था।
137. हरिषेण निम्नलिखित राजाओं में से किसका राजकवि था।
हरिषेण, समुद्रगुप्त का राजकवि था। हरिषेण ने इलाहाबाद प्रशस्ति लेख की रचना की समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता है समुद्रगुप्त ने अश्वमेध कर्ता की उपाधि धारण की तथा इसे कविराज भी कहा जाता था।
138. लिक्षवी दौहित्र किसे कहा था?
लिक्ष्वी दौहित्र समुद्रगुप्त को कहते हैं समुद्रगुप्त के प्रयाग अभिलेख में उसे लिक्षवी दौहित्र बताया गया है समुद्रगुप्त की माता का नाम कुमार देवी था।
139.रोमन साम्राज्य के साथ भारत का व्यापार रोम पर किसके द्वारा आक्रमण के साथ समाप्त हो गया ?
रोमन साम्राज्य के साथ भारत का व्यापार रोम पर हूणों द्वारा आक्रमण के साथ समाप्त हो गया।
140. निम्न में किनके सिक्के संगीत के प्रति उनका प्रेम दर्शाते हैं?
समुद्रगुप्त के कुछ सिक्कों पर उसे वीणा वादन करते हुए दिखाया गया है अतः गुप्तों के सिक्के संगीत के प्रति उनका प्रेम प्रदर्शित करते हैं।
141.निम्नलिखित में से किस को अपनी विजय के इस कारण भारत का नेपोलियन कहा जाता है?
समुद्रगुप्त ने अपने शासन के दौरान कई युद्ध का सामना किया परंतु उसे किसी भी युद्ध में पराजय का सामना नहीं करना पड़ा इसी कारण प्रसिद्ध इतिहासकार विंसेट ने उसे भारत का नेपोलियन की संज्ञा दी है।
142. भारतीय नेपोलियन के नाम से आमतौर पर कौन हिंदू राजा विख्यात है?
भारत का नेपोलियन समुद्रगुप्त को कहा जाता है।
143. गुप्त काल में किस बात के सर्वाधिक सिक्के जारी किए गए?
प्राचीन भारत के गुप्त राजाओं ने सबसे अधिक स्वर्ण मुद्राएं जारी की जो उनके अभिलेखों में दीनार कही गई है नियंत्रित आकार और भार वाली ये स्वर्ण मुद्राएं अनेक प्रकारों और उप प्रकारों में पायी जाती हैं यद्यपि स्वर्णांश में यह मुद्राएं इतनी शुद्ध नहीं है जितनी कुषाण मुद्राएं । कुषाण के विपरीत गुप्तों के तांबे के सिक्के बहुत ही कम मिलते हैं इससे यह प्रकट होता है कि जनसामान्य में मुद्रा का प्रयोग जितना कुषाण के समय में होता था उतना अब नहीं रहा ।
144.प्रसिद्ध गुप्त संवत निम्नलिखित में से किस वर्ष से शुरू किया गया था?
प्रसिद्ध गुप्त संवत 319 ईसवी से शुरू किया गया था यही चंद्रगुप्त I के राज्यारोहण की तिथि भी है।
145. इलाहाबाद स्तंभ के शिलालेख में किसकी उपलब्धियां वर्णित है?
इलाहाबाद स्तंभ के शिलालेख में समुद्रगुप्त की उपलब्धियों का वर्णन है इसकी रचना समुद्रगुप्त के संधिविग्रहिक हरिषेण ने की थी इस स्तंभ लेख की प्रारंभिक पंक्तियां पद्यात्मक तथा बाद की गद्यात्मक है यह संस्कृत की चंपू शैली का उदाहरण है।
146. इलाहाबाद स्तंभ किसने बनवाया था?
इलाहाबाद स्तंभ हरिषेण ने बनवाया था।
147. फाह्यान किसके शासनकाल के दौरान भारत आया था?
फाह्यान ने भारत में 399-414 ईसवी के बीच भ्रमण किया । इस समय उत्तर भारत में गुप्त साम्राज्य का सबसे प्रतापी राजा चन्द्र गुप्त द्वितीय शासन कर रहा था।
148. पंचतंत्र की कथाओं का संकलन किसने किया?
पंचतंत्र की कथाओं का संकलन विष्णु शर्मा द्वारा किया गया है।
149. मेघदूत का लेखक कौन है मतलब?
भारत के शेक्सपियर के नाम से प्रसिद्ध कालिदास गुप्तकालीन विभूति थे उनकी प्रमुख कृतियां अभिज्ञान शाकुंतलम् ,ऋतुसंहार, मालविकाग्निमित्रम् ,कुमारसंभव, मेघदूत और रघुवंश हैं।
150. निम्नलिखित में से वह व्यक्ति कौन है जो चिकित्सक नहीं है?
सुश्रुत,चरक और धनवंतरी प्राचीन भारत के आयुर्वेद के प्रमुख ज्ञाता और चिकित्सक थे चार्वाक चिकित्सक नहीं थे, बल्कि वे अपने भौतिकवादी दर्शन के लिए जाते है।
151. प्राचीन भारत के विख्यात चिकित्सक धनवंतरी ने अपना परामर्श किसके दरबार में दिया था ?
धनवंतरी विक्रमादित्य के दरबार के आयुर्वेदाचार्य है, चंद्रगुप्त द्वितीय के दरबार में रहने वाले कुछ प्रमुख विद्वानों के नाम इस प्रकार थे- कालिदास, बेतालभट्ट, वराह मिहिर, वारु रची, अमर सिंह, शंकु, घटकरपर आदि ।
152. वराह मिहिर थे ?
वराह मिहिर गुप्तकाल के प्रसिद्ध खगोलशास्त्री थे, इनके प्रसिद्ध ग्रंथ व्रत संहिता तथा पंच सिद्धांतिका है ।बृहद संहिता में नक्षत्र विद्या वनस्पति शास्त्र प्राकृतिक इतिहास और भौतिक भूगोल जैसे विषयों का वर्णन है इन्होंने बृहदजातक तथा लघु जातक की भी रचना की थी।
153. किसके शासनकाल के दौरान अजंता की गुफाएं निर्मित की गई ?
अजंता की गुफाओं का निर्माण कार्य दूसरी शताब्दी पूर्व प्रारंभ हुआ और लगभग सातवीं शताब्दी तक चला है। अजंता की 16 वी और 17 वी गुफा का संबंध गुप्त काल से है, अजंता की गुफाओं के चित्र बौद्ध धर्म से संबंधित हैं।
154. संगम काल में रोमन व्यापार का केंद्र बताएं ?
अरिकमेडुएक प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र था जहां देश के विभिन्न भागों से व्यापारिक वस्तुएं एकत्र की जाती थी तथा फिर यहां से रूम को जाती थी। अरिकमेडु (पांडिचेरी) की खुदाई से रोमन द्वीप के टुकड़े, कांच के कटोरे, रत्न, मनके तथा बर्तन प्राप्त किए गए हैं।
155. एलोरा की गुफा एवं शिलोत्कीण मंदिर किस का प्रतिनिधित्व करते हैं ?
एलोरा की गुफा एवं शिलोत्कीण मंदिर हिंदू, बौद्ध और जैन का प्रतिनिधित्व करते हैं।
156. चोलस्वर नामक मंदिर का निर्माण किसने किया ?
चोली स्वर नामक मंदिर का निर्माण विजयाल ने नार्थमलाई में करवाया था ।
157. अधिकांश चोल कालीन मंदिर किस देवी या देवता को समर्पित है?
अधिकांश चोल कालीन मंदिर शिव को समर्पित हैं। राजा राज प्रथम द्वारा निर्मित तंजौर का वृद्धेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित था।
158. एलोरा के कैलाश मंदिर का निर्माण किसने किया ?
महाराष्ट्र के एलोरा में कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट नरेश कृष्ण प्रथम ने किया था। यह मंदिर बेसर शैली में निर्मित है।
159. महाबलीपुरम के सप्त पौगोडा किसके द्वारा संरक्षित कला के साक्षी हैं ?
महाबलीपुरम के सप्त पौगोडा पल्लवो द्वारा संरक्षित कला के साक्षी हैं, इसका निर्माण पल्लव नरेश नरसिंह वर्मन प्रथम ने करवाया था।
160. निम्नलिखित में से क्या राष्ट्रकूट का सर्वाधिक चिरस्थाई योगदान है?
कन्नड़ काव्य के कवि पंपा, पोन्ना और रान्ना के संरक्षण सहित कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट का सर्वाधिक चिरस्थाई योगदान हैं। राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम ने एलोरा में ठोस चट्टान कटवा कर कैलाश मंदिर बनवाया जो वस्तु कला का आश्चर्य माना जाता है।
161. किस पल्लव शासक के शासनकाल में पल्लवी और चालूक्यों के बीच लंबा संघर्ष शुरू हो गया था ?
महेंद्र वर्मन प्रथम के शासनकाल में पल्लवों और चालूक्यों के बीच लंबा संघर्ष शुरू हो गया था।
162. पुलकेशिन द्वितीय किस का महानतम शासक था?
पुलकेशिन द्वितीय का चालुक्य वंश वातापी से संबंध था यह इस वंश का सबसे प्रतापी शासक था इस वंश की स्थापना जयसिंह ने की थी।
163. निम्न में से कौन सा शिलालेख चालुक्य सम्राट पुलकेशिन द्वितीय से संबंधित है ?
ऐहोल शिलालेख चालुक्य सम्राट पुलकेशिन द्वितीय से संबंधित है। यह लेख एक प्रस्तुति के रूप में है तथा इसकी भाषा संस्कृति है इसके लिपि दक्षिणी ब्राह्मी है। इसकी रचना रवि कीर्ति ने की थी हर्षवर्धन के साथ पुलकेशिन द्वितीय के युद्ध पर भी यह लेख प्रकाश डालता है।
164. रवि कीर्ति जो एक जैन थे और उन्होंने एहोल प्रशस्ति की रचना की थी को किस का संरक्षण था ?
एहोल प्रशस्ति की रचनाकार रवि कीर्ति जैन कवि था और इसको चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय का संरक्षण प्राप्त था इसने एहोल अभिलेख में पुलकेशिन द्वितीय की विजयो का विस्तृत विवरण दिया था।
165. पश्चिमी चालुक्य वंश प्रसिद्ध शासक कौन था ?
पुलकेशिन द्वितीय पश्चिमी चालुक्य वंश का सबसे प्रतापी राजा था। पुलकेशिन द्वितीय ने हर्षवर्धन को हराकर परमेश्वर की उपाधि धारण की थी।
166. महाबलीपुरम में रथ मंदिर का निर्माण किस पल्लव शासक के शासनकाल में हुआ था ?
महाबलीपुरम में रथ मंदिर का निर्माण नरसिंह वर्मन प्रथम के शासनकाल में हुआ था। रथ मंदिर में द्रौपदी रथ भी व्रत तथा युधिष्ठिर रथ प्रसिद्ध है।
167. निम्नलिखित में से किस चोल राजा ने लंका (सिंह हल) को पहले जीता था ?
चोल द्वारा श्रीलंका एवं दक्षिण पूर्व एशिया को जीता गया था। चोल शासक राजा राज प्रथम ने सिंगल पर आक्रमण कर उसके उत्तरी हिस्से पर अधिकार कर लिया जबकि संपूर्ण सिंहल तथा दक्षिण पूर्व एशिया की विजय का श्रेय राजेंद्र प्रथम को दिया जाता है।
168. उत्तरमेरुर शिलालेख से किसके प्रशासन से संबंधित जानकारी मिलती है?
उत्तर मेरु तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में स्थित है यहां से प्राप्त शिलालेख चोलो के ग्रामीण प्रशासन के बारे में जानकारी देता है यह शिलालेख लगभग 920 ईसवी के आसपास के समय का है।
169. मंदिर का सबसे लंबा गलियारा कहां पर है?
भारत के रामेश्वरम स्थित रामनाथ मंदिर का गलियारा सबसे लंबा है इसकी लंबाई लगभग 12 से 20 मीटर है।
170. एलोरा में बहुत से शैल को काटकर बनाए गए प्रसिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण निम्नलिखित में से किन के संरक्षण में किया गया था ?
एलोरा के कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट वंश के राजा कृष्ण प्रथम ने करवाया था। एलोरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में वेरुल नामक स्थान पर स्थित है। जहां 34 शैल कृत गुफाएं बनाई गई हैं। एलोरा की गुफा में 10 चैत्य गृह हैं जो शिल्प देवता विश्वकर्मा को समर्पित हैं।
171. प्रसिद्ध दिलवाड़ा मंदिर स्थित है।
दिलवाड़ा का प्रसिद्ध जैन मंदिर माउंट आबू राजस्थान में स्थित है चालुक्य शासक भीमदेव प्रथम ने 1022-1064 के सामंत विमल शाह ने इसे बनवाया था।
172. चोल राजाओं का शासन था ?
चोल साम्राज्य के चरमोत्कर्ष के समय चोल साम्राज्य में दक्षिण राज्यों का अधिकांश भाग सम्मिलित था परंतु चोल साम्राज्य की स्थापना एवं पतन के समय यह तमिलनाडु राज्य के अंदर ही सिमटा हुआ था।
173. प्राचीन चोल साम्राज्य की राजधानी कहां पर थी?
प्राचीन चोल साम्राज्य की राजधानी उदयपुर थी संगम कालीन इस वंश के शक्तिशाली शासक कार्य कल द्वारा राजधानी को कावेरिपट्टनम में स्थानांतरित किया गया नौवीं शताब्दी में विजयालय ने तंजौर को चोल राज्य की राजधानी बनाया।
174. पुस्तक कथा सरिता सागर किसने लिखी थी?
सोमदेव ने कथा सरिता सागर पुस्तक लिखी थी।
175. विक्रमांदेवचरित के लेखक कौन थे ?
विक्रमांदेवचरित पुस्तक के लेखक बिल्हण थे।
176. हर्षचरित्र के लेखक कौन थे ?
बाणभट्ट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे हर्षचरित तथा कादंबरी इनके प्रमुख कृतियां हैं हर्षचरित वर्धन इतिहास का प्रथम प्रमुख स्त्रोत है ऐसे ऐतिहासिक विषय पर गध काव्य लिखने का प्रथम में लिखने का प्रथम सफल प्रयास कहा जा सकता है।
177. एक महान रोमनी नाटक कादंबरी का लेखक था?
बाणभट्ट एक महान रोमनी नाटक कादंबरी का लेखक था।
178. निम्नलिखित में से कौन सा युग में सही सुमेलित नहीं है
व्हेनसॉन्ग 636 ईस्वी में हर्षवर्धन की राजधानी कन्नौज आया था। चाणक्य अथवा को टर्न ले चंद्रगुप्त मौर्य का गुरु व प्रधानमंत्री था। टोडरमल अकबर का राजस्व मंत्री/ अधिकारी था। चैतन्य बंगाल के शासक हुसैन शाह के समकालीन थे ।
179. 13वीं शताब्दी में राजस्थान के माउंट आबू में प्रसिद्ध दिलवाड़ा मंदिरकिसने बनवाया था?
13वीं शताब्दी में राजस्थान के माउंट आबू में प्रसिद्ध दिलवाड़ा मंदिर गुजरात के बघेल वंश के शासक वीरधवल के दो मंत्रियों वस्तुपाल एवं तेजपाल ने बनवाया था। यह मंदिर जैनियों को समर्पित है।
180. खजुराहो मंदिर का निर्माण किसने किया था ?
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित खुजराहो मंदिर- समूह के लिए अति प्रसिद्ध है। इन मंदिरों का निर्माण दसवीं से 12 वीं सदी इतने में चंदेल शासक के शासनकाल में हुआ। यहां 85 मंदिरों के निर्माण का उल्लेख मिलता है किंतु वर्तमान में 30 मंदिर ही शेष हैं।
181. मिहिर भोज राजपूतों के किस कुल से संबंधित हैं?
रामभद्र का पुत्र और उत्तराधिकारी नहीं भोज प्रथम, प्रतिहार वंश का सर्वाधिक महत्वपूर्ण शासक हुआ। इतने आदिवरहा तथा प्रभात जैसी उपाध्याय धारण की, जो उसके द्वारा चलाए गए चांदी के दर्म सिक्कों पर अंकित हैं।
182. प्रतिहार वंश का अंतिम राजा कौन था?
प्रतिहार वंश का महानतम राजा महिर भोज प्रथम था। कन्नौज पर अधिकार के लिए उसने पाल शासक देव पाल तथा राष्ट्रकूट शासक कृष्ण दूध के साथ होने वाली त्रिपक्षीय संघर्ष में हिस्सा लिया। उसने आदिवरहा की उपाधि धारण की थी ।
183. चीनी यात्री व्हेनसॉन्ग किसके शासनकाल के दौरान भारत आया था।
प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेनसांग लगभग 603 से 643 ईसवी के मध्य के शासनकाल के दौरान भारत आया था ह्वेनसांग की भारत यात्रा का वृतांत सी यू की नामक ग्रंथ तथा उसके मित्र हिली द्वारा रचित ह्वेनसांग की जीवनी से प्राप्त होता है।
184. “प्रिंस ऑफ पिलिग्रिम्स” नाम किसे प्रदान किया गया था?
हर्ष के शासन काल में भारत आए चीनी यात्री ह्वेनसांग को “प्रिंस ऑफ पिलिग्रिम्स” नाम से जाना जाता है।
185. भारत में नालंदा विश्वविद्यालय किस राज्य में स्थित है?
नालंदा विश्वविद्यालय भारत का एक प्राचीनतम विश्वविद्यालय है जो कि बिहार राज्य में स्थित है।
186. नालंदा विश्वविद्यालय को नष्ट करने वाला मुस्लिम आक्रमणकारी कौन था?
नालंदा और विक्रमशिला के विश्वविद्यालय को बौद्ध विहार अथवा दुर्ग समझकर मुस्लिम आक्रमणकारी मोहम्मद बिन बख्तियार खिलजी द्वारा नष्ट किया गया था।
187. हर्षवर्धन को किसने पराजित किया था?
हर्षवर्धन को दक्षिण भारत के शासक पुलकेशिन द्वितीय जो चालुक्य वंश से संबंधित था उसने नर्मदा नदी के किनारे 630 ईसवी में हराया था।
188. हर्षवर्धन की आरंभिक राजधानी क्या थी?
हर्षवर्धन की आरंभिक राजधानी थानेश्वर मेथी, बाद में उसने अपनी राजधानी कन्नौज स्थानांतरित की थी। 605 ईसवी में हर्षवर्धन के पिता प्रभाकर वर्धन की मृत्यु हो गई थी। हर्षवर्धन शासक बना और 606 ईसवी में अपनी राजधानी कन्नौज बनाए और इस उपलक्ष में उसने हर्ष संवत प्रारंभ किया था।
189. 738 ईसवी में अरबों को पराजित किया था ?
738 ईसवी में राजस्थान का युद्ध हुआ था इस युद्ध में प्रतिहार राजा नागभट्ट प्रथम के नेतृत्व में राजपूतों का एक संघ बना था राजपूतों के इस संघ ने जुनैद अब्दुल रहमान-अल-मारी के नेतृत्व वाली अरब सेना को हराया था।
190. कोणार्क मंदिर किस देवता को समर्पित है?
कोणार्क सूर्य देवता का मंदिर है इस मंदिर का निर्माण गंग राजा नरसिंह देव प्रथम ने करवाया था।
191. सांची का महान स्तूप है -
सांची मध्य प्रदेश के रायसेन में स्थित है, यहां स्तूप की संख्या तीन हैं। सबसे बड़ा स्टोर महा स्तूप के नाम से प्रसिद्ध है, स्तूप को सम्राट अशोक ने बनवाया था। प्रारंभ में यह ईटों से बना हुआ था लेकिन बाद में सुंग शासकों द्वारा इसका विस्तार पाषाण शिलाओ से किया गया।
192. कलिंग शासक खारवेल ने संरक्षण दिया-
कलिंग के चेन्नई वंश का सबसे प्रतापी शासक खारवेल था जिसका झुका जैन धर्म के प्रति था इसके द्वारा जैन लोगों को ग्राम दान दिए जाने का अभिलेख य साक्षी हाथीगुंफा अभिलेख है।
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