भारत में पंचवर्षीय योजना
Five Year Plan in India
अध्याय के अंतर्गत हम 1 अप्रैल 1951 से लेकर 31 मार्च 2017 तक कुल 12 पंचवर्षीय योजनाओं का अध्ययन करेंगे जिसमें हम योजना अवकाश, रोलिंग प्लान तथा कुछ ऐसी योजनाएं जो समय से पहले समाप्त हो गई हैं उन सभी का अध्ययन करेंगे तथा सभी पंचवर्षीय योजनाओं से संबंधित जितने भी महत्वपूर्ण प्रश्न है उन सभी को अंत में आप लोगों के साथ दिक्कत करेंगे इसलिए यह नोट आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें।
लेख की विषय वस्तु: -
भारत में पंचवर्षीय योजनाओं का इतिहास
भारत की प्रथम पंचवर्षीय योजना First Five Year Plan of India (1951 - 1956)
भारत की द्वितीय पंचवर्षीय योजना Second Five Year Plan of India (1956 - 1961)
भारत की तृतीय पंचवर्षीय योजना Third Five Year Plan of India (1961 - 1966)
प्रथम योजना अवकाश First Holiday Plan (1966 - 1969)
भारत की चतुर्थ पंचवर्षीय योजना Fourth Five Year Plan of India (1969 - 1974)
भारत की पंचम पंचवर्षीय योजना Fifth Five Year Plan of India (1974 - 1978)
रोलिंग प्लान Rolling Plan (1978 - 1980)
भारत की छठी पंचवर्षीय योजना Sixth Five Year plan of India (1980 - 1985)
भारत की सातवीं पंचवर्षीय योजना Seventh Five Year plan of India (1985 - 1990)
द्वितीय योजना अवकाश Second Holiday Plan (1990 - 1992)
भारत की आठवीं पंचवर्षीय योजना Eight Five Year Plan of India (1992 - 1997)
भारत की नौवीं पंचवर्षीय योजना Ninth Five Year Plan of India (1997 - 2002)
भारत की दसवीं पंचवर्षीय योजना Tenth Five Year Plan of India (2002 - 2007)
भारत की ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना Eleventh Five Year Plan of India (2007 - 2012)
भारत की बारहवीं पंचवर्षीय योजना Twelfth Five Year Plan of India (2012 - 2017)
पंचवर्षीय योजनाओं से संबंधित Previous Year Exam में पूछे गए प्रश्न
भारत में पंचवर्षीय योजना का इतिहास: -
विश्व की प्रथम पंचवर्षीय योजना 1928 से 1935 तक सोवियत संघ द्वारा चलाई गई थी, और रूसी प्रधानमंत्री जोशेफ़ स्टालिन को विश्व में पंचवर्षीय योजना का जनक कहा जाता है
पंडित जवाहरलाल नेहरू को भारतीय पंचवर्षीय योजना एवं आर्थिक नियोजन का जनक कहा जाता है भारत में कुल 12 पंचवर्षीय योजना, दो योजना अवकाश तथा एक रोलिंग प्लान चलाया गया था।
पंचवर्षीय योजना समवर्ती सूची का विषय है।
भारत की प्रथम पंचवर्षीय योजना First Five Year Plan of India (1951 - 1956)
भारत की पहली पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल, 1951 से प्रारंभ हुई थी यह योजना हैरोल्ड डोमर मॉडल पर आधारित थी।योजना की मुख्य प्राथमिकता कृषि एवं सिंचाई क्षेत्र थी। इस योजना में 1952 में सामुदायिक विकास कार्यक्रम तथा 1953 में राष्ट्रीय प्रचार सेवा भी प्रारंभ की गई थी।
उपलब्धियां:-
तीन बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना का प्रारंभ किया गया
भाखड़ा नांगल बांध परियोजना: -
बिलासपुर( हिमाचल प्रदेश) में सतलज नदी पर हार्वे स्लोकेम अमेरिकी इंजीनियर द्वारा बनाई गई तथा 17 नवंबर 1955 को पंडित जवाहरलाल नेहरू के द्वारा इसका उद्घाटन किया गया। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसे “चमत्कारी विराट वस्तु की संज्ञा दी”
दामोदर घाटी परियोजना: -
भारत की प्रथम नदी घाटी बहुउद्देशीय परियोजना दामोदर नदी घाटी परियोजना है जो झारखंड और पश्चिम बंगाल की संयुक्त परियोजना है। यह परियोजना अमेरिका की टेनिस नदी पर आधारित है, भारत की पहली योजना जिसमें कोयला, जल और गैस तीनों से विद्युत का उत्पादन किया जाता है।
हीराकुंड परियोजना: -
हीराकुंड परियोजना सबलपुर( उड़ीसा) में महानदी पर बनाया गई है।
प्रथम पंचवर्षीय योजना की लक्षित दर एवं प्राप्ति दर: -
लक्षित दर 2.1 %
प्राप्ति दर 3.6%
भारत की द्वितीय पंचवर्षीय योजना Second Five Year Plan of India (1956 - 1961)
पीसी महालनोविस मॉडल पर आधारित द्वितीय पंचवर्षीय योजना आधारभूत तथा भारी उद्योग प्रधान योजना थी।
इसके अंतर्गत भारी उद्योगों एवं आधारभूत उद्योगो को किस प्रकार मजबूत बनाया जा सके जिससे कि देश का आर्थिक विकास संभव हो सके आदि पर बल दिया गया था।
प्राथमिकता: - भारी उद्योगों एवं आधारभूत उद्योगों का विकास
उपलब्धियां: -
तीन लौह इस्पात कारखानों की स्थापना की गई।
राउरकेला लोह इस्पात कारखाना: - इसकी स्थापना जर्मनी के सहयोग से उड़ीसा में की गई थी।
भिलाई लौह इस्पात कारखाना: - इसकी स्थापना रूस के सहयोग से छत्तीसगढ़ में की गई थी।
दुर्गापुर लौह इस्पात कारखाना: - इसकी स्थापना ब्रिटेन के सहयोग से पश्चिम बंगाल में की गई थी।
Trick: - (राज, भीरु,दुर्ब)
2. इसके अंतर्गत पश्चिम बंगाल में चितरंजन लोकोमोटिव की स्थापना की गई।
3. इसके अंतर्गत झारखंड में और कारखाने की स्थापना की गई, जो 2002 में बंद कर दिया गया था तथा 24 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसे उन्हें शुरू किया गया।
4. इसके द्वारा चेन्नई में एंट्री कोच फैक्ट्री की स्थापना की गई।
5. 2 अक्टूबर 1959 को नागौर राजस्थान से भारत में पंचायती राज की स्थापना अर्थात की गई।
6. कंपनियों के विकास तथा निर्माण हेतु कंपनी अधिनियम 1956 पारित किया गया। वर्तमान में कंपनी अधिनियम 1956 को संशोधित कर कंपनी अधिनियम 2013 मैं बदल दिया गया है तथा 1 अप्रैल 2014 से लागू कर दिया गया है।
7. आरके हजारी समिति के द्वारा दूसरी ओर भूमि की नीति 1956 की घोषणा की गई थी, अब तक भारत में कुल औद्योगिक नीति हो चुकी हैं।
- प्रथम औद्योगिक नीति - 1948
- द्वितीय औद्योगिक नीति - 1956
- तृतीय औद्योगिक नीति -1977
- चतुर्थ औद्योगिक नीति - 1980
- पंचम औद्योगिक नीति - 1990
- छठी औद्योगिक नीति - 1991
द्वितीय पंचवर्षीय योजना की लक्षित विकास दर तथा प्राप्ति दर-
लक्षित विकास दर - 4.5 %
प्राप्ति विकास दर - 4.2 %
भारत की तृतीय पंचवर्षीय योजना Third Five Year Plan of India (1961 - 1966)
भारतीय अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर व स्वत: स्फूर्तिवान (Take of Stage) बनाए जाने पर जोर दिया गया था यह पंचवर्षीय योजना सुखमय चक्रवर्ती मॉडल पर आधारित थी।
प्राथमिकता:
कृषि एवं उद्योगों का समन्वित विकास
उपलब्धियां: -
बोकारो( झारखंड) में 1965 मैं लोह इस्पात कारखाने की शुरुआत की गई तथा इसकी स्थापना रूस के सहयोग द्वारा की गई थी।
1 जुलाई 1964 को भारतीय औद्योगिक विकास बैंक Industrial Development Bank of India (IDBI) की स्थापना की गई।
1965 में भारतीय खाद्य निगम की स्थापना की गई।
1965 में कृषि कीमत आयोग ACP का गठन किया गया तथा इसे 1985 में कृषि कीमत तथा लागत आयोग CACP में बदल दिया गया।
Note: - भारत सरकार 25 फसलों के लिए एमएसपी जारी करती है, यह आयोग किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य उपलब्ध करवाता है।
भारत की तीसरी पंचवर्षीय योजना के विफल होने के कारण: -
भारत की तृतीय पंचवर्षीय योजना आज तक की सबसे बड़ी विफल योजना है इसे “ ट्रिकल डाउन प्लान” कहां जाता है। इस योजना के विफल होने के मुख्य तीन कारण थे-
1962 में भारत और चीन के मध्य हुए युद्ध
1965 में भारत और पाकिस्तान के मध्य हुआ युद्ध
1965 में भीषण अकाल के कारण यह योजना विफल नहीं
तृतीय पंचवर्षीय योजना की लक्षित दर एवं प्राप्ति दर-
लक्षित दर - 5.6 %
प्राप्ति दर - 2.8 %
प्रथम योजना अवकाश First Holiday Plan (1966 - 1969)
भारतीय योजना अवधि में इस अवधि को योजना अवकाश की संज्ञा दी जाती है, इस समय के दौरान एक-एक वर्षीय तीन योजनाएं चलाई गई थी।
जून 1966 में भारत में रुपए का दूसरी बार अवमूल्यन किया गया था। मुद्रा के अवमूल्यन से तात्पर्य जब किसी देशद्वारा अपनी मुद्रा को अन्य देश की मुद्रा की तुलना में कम किया जाता है तो इसे मुद्रा अवमूल्यन कहा जाता है। जिसका उद्देश्य उस देश में आयात कम करना तथा निर्यात को अधिक करना होता है या देश के भुगतान को संतुलन करना तथा देश को अनुकूलन करना आदि होता है।
भारत में अब तक मुद्रा का अवमूल्यन तीन बार हुआ है-
सितंबर 1949
जून 1966
जुलाई 1991
हरित क्रांति Green Revolution: -
भारत में हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन के द्वारा 1966- 67 में नई कृषि नीति अपनाकर उच्च गुणवत्ता के बीच तथा उर्वरकों का प्रयोग कर खाद्यान्नों की पैदावार बढ़ाई गई। विश्व स्तर पर ई बोरलॉग को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है जो एक अमेरिका नागरिक थे।
भारत की चतुर्थ पंचवर्षीय योजना Fourth Five Year Plan of India (1969 - 1974)
भारत की चतुर्थ पंचवर्षीय योजना डीआर गोडविन मॉडल पर आधारित थी, इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्थिरता के साथ विकास “Growth with stability” पर बल दिया गया था।
उपलब्धियां: -
इस योजना के तहत परिवार नियोजन कार्यक्रम की शुरुआत की गई
इस योजना के तहत रोजगार गारंटी योजना शुरू की गई
18 मई 1974 को पोखरण रेंज में भारत द्वारा प्रथम परमाणु परीक्षण किया गया
19 जुलाई 1969 को भारत में प्रथम बार 50 करोड़ से अधिक पूंजी वाले 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया था।
भारत की पंचम पंचवर्षीय योजना Fifth Five Year Plan of India (1974 - 1978)
भारत की पांचवी पंचवर्षीय योजना डी.पी. धर मॉडल पर आधारित थी, तथा इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन के साथ आत्मनिर्भरता प्राप्त करना था।
यह एकमात्र ऐसी योजना थी जो समय से पूर्व समाप्त हो गई थी।
उपलब्धियां: -
इस योजना में गरीबी हटाओ का नारा दिया गया था।
1977- 78 में काम के बदले अनाज योजना प्रारंभ की गई।
एक न्याय पूर्ण कीमत मजदूरी नीति लागू की गई थी
2 अक्टूबर 1975 को भारत में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (Region Rural Bank) के स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधा पहुंचाने हेतु की गई थी सर्वप्रथम 5 शहरों में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की स्थापना की गई थी-
गोरखपुर - उत्तर प्रदेश
मुरादाबाद - उत्तर प्रदेश
जयपुर - राजस्थान
भिवानी - हरियाणा
मालदा - पश्चिम बंगाल
5. वर्ष 1975 में गरीबी तथा जनसंख्या नियंत्रण हेतु प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 20 सूत्री कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
लक्षित दर - 4.4 %
प्राप्ति दर - 4.8 %
अनावृत योजना या रोलिंग प्लान Rolling Plan (1978 - 1980)
जनता सरकार द्वारा पांचवी पंचवर्षीय योजना को 1 वर्ष पहले समाप्त करके एक नई योजना को 1 अप्रैल 1978 को पेश किया गया, जिसकी संज्ञा अनावृत योजना या रोलिंग प्लान थी। इसका प्रतिपादन गुनाह मेडल ने किया था और भारत में इसको पांचवी योजना के दौरान योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रोफ़ेसर डीटी लकड़वाला ने लागू किया था।
यह योजना 5 वर्ष के लिए बनी थी, लेकिन नई सरकार ने इसे 1980 में समाप्त कर दिया था।
अनावृत योजना या रोलिंग प्लान में किए गए चार महत्वपूर्ण कार्य: -
1 . शराबबंदी
2. सार्वजनिक वितरण प्रणाली का विस्तार
3. सार्वजनिक बीमा योजना प्रारंभ
4. उच्च मूल्य की मुद्राओं का विमुद्रीकरण
भारत की छठी पंचवर्षीय योजना Sixth Five Year plan of India (1980 - 1985)
1980 में के केंद्र में सत्तारूढ़ होने पर कांग्रेस सरकार ने 1978 - 83 की योजना के स्थान पर नई छठी पंचवर्षीय योजना (1980 - 1985) लागू की थी। यह एकमात्र ऐसी योजना थी जिसका निर्माण दो बार किया गया था। तथा यह आयात और निर्यात मॉडल पर आधारित थी।
प्राथमिकता : -
गरीबी उन्मूलन तथा रोजगार में वृद्धि।
छठी पंचवर्षीय योजना की उपलब्धियां: -
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 15 अप्रैल 1980 को भारत में दूसरी बार 200 करोड़ से अधिक जमा पूंजी वाले 6 बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया, उस समय भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर आई जी पटेल थे।
2 अक्टूबर 1980 को भारत में समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
1 जनवरी 1982 को विदेशी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए Exim बैंक की स्थापना की गई।
12 जुलाई 1982 को राष्ट्रीय कृषि तथा ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड (NABARD) की स्थापना की गई।
सर्वप्रथम बेरोजगारी के लिए प्रमाण वर्ष का प्रयोग किया गया जो व्यक्ति प्रतिदिन 8 घंटे तथा प्रति वर्ष भर 273 दिन काम करता है तो वह पूर्ण रोजगार माना जाएगा।
छठी पंचवर्षीय योजना के लक्ष्य दर एवं प्राप्ति दर
लक्षित दर - 5.2 %
प्राप्ति दर - 5.7 %
भारत की सातवीं पंचवर्षीय योजना Seventh Five Year plan of India (1985 - 1990)
भारत की शादी पंचवर्षीय योजना जॉन डब्ल्यू मिलर मॉडल पर आधारित थी इस योजना का कार्यकाल 1985 से लेकर 1990 तक रहा था ।
प्राथमिकता: -
भोजन, काम तथा रोजगार उत्पादकता।
उपलब्धियां: -
1986 में डाक विभाग द्वारा तीव्र डाक व्यवस्था का शुभारंभ किया गया था।
1986 में ग्रामीण विकास हेतु Council for the Advancement of people action & Rural Technology (CAPART) एजेंसी का शुभारंभ किया गया। जिसके अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम विजय कुमार थे।
12 अप्रैल 1988 को Security Exchange Board of India की स्थापना की गई।
भारत की सातवीं पंचवर्षीय योजना की लक्षित दर एवं प्राप्ति दर
लक्षित दर - 5.0 %
प्राप्ति दर - 6.0 %
द्वितीय योजना अवकाश Second Holiday Plan (1990 - 1992)
द्वितीय योजना अवकाश 1990 - 1992 के मध्य है एक-एक वर्ष की दो योजनाएं बनाई गई थी जिसको द्वितीय योजना अवकाश कहा जाता है इस योजना अवकाश के दो कारण थे-
राजनीतिक एस्थिरता
भुगतान संतुलन का संकट ( रुपया का अवमूल्यन)
उपलब्धियां: -
1 अप्रैल 1990 को भारतीय लघु औद्योगिक विकास बैंक Small Industrial Development Bank of India (SIDBI) की स्थापना की गई।
24 जुलाई 1991 को पांचवी औद्योगिक नीति जारी की गई थी।
भारत में प्रथम आर्थिक सुधारों का दौरा
भारत में प्रथम आर्थिक सुधारों का दौरा राग मनमोहन मॉडल पर आधारित है इन सुधारों को LPG नाम से भी जाना जाता है जिसे 24 जुलाई 1991 को लागू किया गया था।
उदारीकरण Liberalisation: - आर्थिक वृद्धि और विकास के मार्ग में बाधक सरकारी नियमों तथा अनावश्यक कानूनी नियंत्रण को कम करना अथवा नियमों को उदार करना ही उदारीकरण के अंतर्गत आता है।
निजी करण Privatisation: - सरकार द्वारा सार्वजनिक पौधों का कुछ भाग निजी क्षेत्र को बेचकर और उनके स्वामित्व अथवा प्रबंधन का त्याग करना।
वैश्वीकरण Globalisation: - किसी एक देश की अर्थव्यवस्था का विश्व की अन्य अर्थव्यवस्था के साथ जुड़ जाना वैश्वीकरण कहलाता है।
भारत की आठवीं पंचवर्षीय योजना Eight Five Year Plan of India (1992 - 1997)
भारत की आठवीं पंचवर्षीय योजना आधारभूत ढांचे पर बल देने के रूप में प्रमाणित थी जो जॉन डब्ल्यू मूलर मॉडल पर आधारित थी।
प्राथमिकता: -
सर्वगर्ण मानव विकास
उपलब्धियां: -
भारत 1 जनवरी 1995 को विश्व व्यापार संगठन का सदस्य बना था।
इसके अंतर्गत मैला ढोने की प्रथा पूर्णता बंद कर दी गई थी।
सभी गांवों तक पेयजल, टीकाकरण सहित प्राथमिक चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान किया गया।
ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड का शुभारंभ किया गया था।
राष्ट्रीय पोषाहार कार्यक्रम मिड डे मील का शुभारंभ किया गया था।
आठवीं पंचवर्षीय योजना की लक्षित दर एवं प्राप्ति दर
लक्षित दर - 5.6 %
प्राप्ति दर - 6.8 %
भारत की नौवीं पंचवर्षीय योजना Ninth Five Year Plan of India (1997 - 2002)
नौवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय और समानता के साथ आर्थिक समृद्धि था।
प्राथमिकता: -
एकता के साथ आर्थिक विकास पर बल।
उपलब्धियां: -
FERA 1973 को FEMA 1999 मैं बदल दिया गया था।
लक्षित दर - 6.5 %
प्राप्ति दर - 5.4 %
भारत की दसवीं पंचवर्षीय योजना Tenth Five Year Plan of India (2002 - 2007)
भारत की दसवीं पंचवर्षीय योजना 2002 में शुरू की गई थी तथा 2007 में समाप्त की गई थी।
प्राथमिकता : -
समावेशी विकास पर बल या समानता व सामाजिक न्याय पर बल।
उपलब्धियां: -
2002 - 3 मैं सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत की गई।
लक्षित दर - 8 %
प्राप्ति दर - 7.6%
भारत की ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना Eleventh Five Year Plan of India (2007 - 2012)
भारत की 11वीं पंचवर्षीय योजना 2007 - 2012 के मध्य चली थी।
प्राथमिकता : -
समावेशी विकास पर बल तथा इसके साथ कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए द्वितीय हरित क्रांति पर बल।
उपलब्धियां: -
राष्ट्रीय कृषि विकास नीति का शुभारंभ
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन का शुभ
राष्ट्रीय बागवानी मिशन का शुभारंभ
राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना का शुभारंभ
किसानों के लिए ऋण माफी योजना का शुभारंभ
लक्षित दर - 9.0 %
प्राप्ति दर - 8.0 %
Note: यह पंचवर्षीय योजना अब तक की सर्वाधिक प्राप्ति वाली योजना थी।
भारत की बारहवीं पंचवर्षीय योजना Twelfth Five Year Plan of India (2012 - 2017)
भारत की 12वीं पंचवर्षीय योजना 2012 - 17 के मध्य हुई थी।
प्राथमिकता: -
तीव्र शतक संपोषणीय एवं अधिक समावेशी विकास।
उपलब्धियां : -
आर्थिक विकास: - इसके अंतर्गत सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में 8% वृद्धि दर प्राप्त करना तथा कृषि क्षेत्रों में 4% तथा विनिर्माण क्षेत्रों में 10% की वृद्धि प्राप्त करना।
गरीबी और रोजगार: -
प्रति व्यक्ति गरीबी में 10% अंकों में कमी करना।
गैर कृषि वर्ग में 5 करोड़ रोजगार का सृजन करना।
प्रत्येक उम्र समूह के लिए 20 लाख अतिरिक्त सीटों का सृजन कर उच्चतर शिक्षा तक पहुंच बनाना।
स्वास्थ्य: -
प्रजनन दर घटाकर 2.1% करना।
शिशु मृत्यु दर घटा कर 25/ 1000 करना।
मातृ मृत्यु दर घटा कर 1/1000 करना।
बाल लिंग अनुपात (0 - 6 वर्ष) बढ़ाकर 950/1000 करना।
0 - 3 वर्षों के बच्चों में अल्प पोषण को घटाकर N.H.F.S - 3 चरणों के आधार पर लाना।
ग्रामीण अवसंरचना: -
सकल सिंचित क्षेत्र को 90 मिलियन से बढ़ाकर 103 मिलियन हेक्टेयर करना।
सभी गांवों को विद्युतीकरण करना तथा बारहमासी सड़कों से जोड़ना।
ग्रामीण टैली घनत्व को बढ़ाकर 70% करना।
50% ग्राम पंचायतों को नल से पानी देना तथा 50% ग्राम पंचायतों को निर्मल ग्राम का दर्जा देना।
पर्यावरण एवं सेवा क्षेत्र: -
हरित क्षेत्र में प्रतिवर्ष 1 मिलियन हेक्टेयर की वृद्धि करना।
90% भारतीय परिवारों तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना।
पंचवर्षीय योजनाओं का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव : -
पंचवर्षीय योजना की अवधि में राष्ट्रीय आय वृद्धि दर औसतन 5% प्रतिवर्ष बड़ी/ रही।
स्थिर कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय दर में वृद्धि दर लगभग 3% रही।
योजनाओं की अवधि में कृषि उत्पादन के विकास की दर औसतन 28% वार्षिक रही।
भारत दर्पण India Vision 2020
भारत दर्पण इंडिया विजन 2020 डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा का शुभारंभ किया गया था ।जिसको योजना आयोग के सदस्य एसपी गुप्ता द्वारा तैयार किया गया था, इसमें 500 सदस्यों की टीम थी जिसे बाद में दिसंबर 2002 में प्रस्तुत किया गया था।
इंडिया विजन 2020 के विकास मानकों का विवरण इस प्रकार है -
विकास के मानक 2002 2020
गरीबी रेखा के नीचे गरीबों की संख्या 26.0 13.0
आय वितरण( गिनी सूचकांक 100 - समानता) 37.8 48.5
बेरोजगारी दर 7.3 6.8
पुरुष साक्षरता दर 68 96
महिला साक्षरता दर 44 94
निबल प्राथमिक स्कूल नामांकन 77.2 99.9
शिक्षा पर खर्च( जीडीपी के रूप में) 3.2 4.9
जीवन प्रत्याशा 64 69
स्वास्थ्य पर खर्च (जीडीपी के रूप में) 0.8 3.4
प्रति व्यक्ति वाणिज्य ऊर्जा खर्च 486 kg 2002 kg
प्रति व्यक्ति बिजली खपत (kwh) 384 2460
टेलीफोन पर 1000 व्यक्ति 34 203
निजी कंप्यूटर पर 1000 व्यक्ति 3.3 52.3
वैज्ञानिक इंजीनियर (Per Lakh) 149 590
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)
कृषि क्षेत्र 28 6
उद्योग क्षेत्र 26 34
सेवा क्षेत्र 46 60
पंचवर्षीय योजनाओं से संबंधित Previous Year Exam में पूछे गए प्रश्न
1. 12वीं पंचवर्षीय योजना में केंद्र, राज्य तथा संघ क्षेत्र द्वारा निम्नलिखित में से किस क्षेत्र पर सबसे अधिक व प्रस्तावित है ?
परिवहन
ऊर्जा
कृषि तथा ग्रामीण विकास
सामाजिक सेवाएं
Ans D
2. देश में सर्वाधिक संवृद्धि दर प्राप्त की गई थी -
आठवीं योजना में
दसवीं योजना में
नवी योजना में
सातवीं योजना में
Ans. B
3. भारत में पंचवर्षीय योजना को स्वीकार करने का अंतिम अधिकार किसके पास है?
योजना आयोग
राष्ट्रीय विकास परिषद
संघीय मंत्रिमंडल
संसद
Ans. B
4. भारत में योजना के आरंभ से किसी भी पंचवर्षीय योजना में अनाच्छादित कुल वर्षों की संख्या है ?
6
7
5
3
Ans. B
5. ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में सबसे अधिक रोजगार के अवसर में वृद्धि की आशा की गई थी?
कृषि में
निर्माण कार्य में
विनिर्माण में
परिवहन एवं संचार में
Ans. B
6. 12वीं पंचवर्षीय योजना के दिशा निर्देश पत्र का प्रकरण रहा है?
अभीसूचक नियोजन
सामाजिक न्याय के साथ समृद्धि
तीव्र संपोषणीय और अधिक समावेशी विकास
खुशहाली के लिए नियोजन
Ans. C
7. 11वीं योजना में अर्थव्यवस्था के विकास की दर क्या थी?
7.9%
7.5%
8.9%
8.5%
Ans. A
8. राष्ट्रीय विकास परिषद (National Development Council) का मुख्य संबंध होता था:
पंचवर्षीय योजनाओं के अनुमोदन से
ग्राम विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन से
विकास परियोजनाओं के निर्माण से
केंद्र राज्य वित्तीय संबंध से
Ans. A
9. दसवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान संवृद्धि दर अधिकतम थी?
दलहन एवं तिलहन में
फल एवं सब्जी में
अनाज में
अन्य फसलों में
Ans. A
10. निम्न में से किस क्षेत्र को 10वीं योजना परीक्षा में सर्वाधिक प्रतिशत आवंटित किया गया था?
कृषि तथा संबंधित क्रियाएं
सामाजिक सेवाएं
यातायात
ऊर्जा
Ans. D
11. निम्नलिखित कथनों में से कौन सा 12वीं पंचवर्षीय योजना के संबंध में सही है कदमों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए -
योजना के दौरान जीडीपी में 8% की वृद्धि
सेवा क्षेत्र में वृद्धि 10% करना
बचत जीडीपी के प्रतिशत के रूप में 36.2 करना
कूट:
1 तथा 2
2 तथा 3
1 तथा 3
1, 2 तथा 3
Ans. D
12. 12वीं पंचवर्षीय योजना में औद्योगिक विकास की, जो दर निश्चित की गई है, वह है-
10%
8.5%
8%
9.6%
Ans. D
13. निम्न को उनके कला क्रमानुसार क्रमबद्ध कीजिए :-
प्रथम पंचवर्षीय योजना संसद में प्रस्तुत की गई
राष्ट्रीय विकास परिषद का गठन किया गया
स्वतंत्र भारत में पहली बार भारतीय मुद्रा का अवमूल्यन किया गया
भारत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का सदस्य बना
2, 4, 1, 3
4, 3, 1, 2
1, 2, 3, 4
2, 4, 3, 1
Ans. B
14. भारत में राष्ट्रीय विकास परिषद का गठन कब हुआ था?
16 अगस्त 1950
1 अप्रैल 1951
6 अगस्त 1952
16 अगस्त 1952
Ans. C
15. सातवीं योजना में आईआरडीपी के अंतर्गत रणनीति अपनाई गई थी-
संपूर्ण परिवार का अंगीकरण
गांवों का अंगीकरण
विकास खंड का अंगीकरण
जिलों का अंगीकरण
Ans. A
16. भारत की क्रमिक पंचवर्षीय योजनाओं में आर्थिक आयोजन का सामान्य लक्ष्य निम्नलिखित में से माना जाना चाहिए ?
आर्थिक समृद्धि को सुनिश्चित करना
रोजगार का विस्तार करना
आय और धन की विषमताओं को कम करना
आर्थिक शक्ति के केंद्रीयकरण को रोकना
Ans. A
17. उद्योगों के विकास तथा औद्योगिकरण की नीति किस योजना का अंग थी?
प्रथम
द्वितीय
तृतीय
सातवीं
Ans. B
18. राष्ट्रीय विकास परिषद मुख्य संबंधित थी?
योजनाओं को लागू करने में
पंचवर्षीय योजनाओं के अनुमोदन करने में
भारत में मुख्य विकास योजनाओं के अनुमोदन और मूल्यांकन में
सामुदायिक विकास कार्यक्रम के लागू करने में
Ans. C
19. 12वीं पंचवर्षीय योजना में अधिकतम राशि आवंटित की गई थी?
ऊर्जा क्षेत्र के लिए
भौतिक अधोसंरचना के लिए
कृषि एवं सिंचाई के लिए
शिक्षा के लिए
Ans. A
20. भारत ने 12वीं पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल है?
2013 - 2018
2011 - 2016
2012 - 2017
2008 - 2013
Ans. C
21. किस पंचवर्षीय योजना में आर्थिक विकास की दर सर्वाधिक थी?
पहली पंचवर्षीय योजना
छठी पंचवर्षीय योजना
दसवीं पंचवर्षीय योजना
आठवीं पंचवर्षीय योजना
Ans. C
22. शिक्षा क्षेत्र के लिए 11वीं पंचवर्षीय योजना की विषय वस्तु (थीम) क्या थी?
शिक्षा सबके लिए
खेल के साथ शिक्षा
अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा
शिक्षा का व्यवसायीकरण
Ans. C
23. भारत में अनवरत योजना किस वर्ष में कार्यशील थी?
1968 - 69
1978 - 79
1988 - 89
1990 - 91
Ans. B
24. निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
मैं तो वित्त आयोग ही संवैधानिक निकाय हैं और ना योजना आयोग ही
वित्त आयोग का क्षेत्र तो बजट के राजस्व खंड के पुनरीक्षण तक ही सीमित है, जबकि योजना आयोग सर्वांगपूर्ण पुनरीक्षण करता है, जिससे राज्य की पूंजीगत और राजस्व दोनों अपेक्षा की जाती हैं
कोई व्यक्ति एक ही समय में वित्त आयोग और योजना आयोग दोनों का सदस्य नहीं हो सकता
वित्त आयोग और योजना आयोग के कार्यों और दायित्वों की परस्पर अतिव्यक्ति नहीं है
Ans. D
25. पंचवर्षीय योजना के दौरान आपातकाल लगाया गया था, नए चुनाव हुए थे और जनता पार्टी चुनी गई थी?
तीसरी पंचवर्षीय योजना
छठी पंचवर्षीय योजना
पांचवी पंचवर्षीय योजना
आठवीं पंचवर्षीय योजना
Ans. C
26. यद्यपि 1991 से बाजार अर्थव्यवस्था स्वीकृत कर ली गई है, फिर भी राष्ट्रीय आर्थिक योजना अभी चालू है इसका मुख्य कारण क्या है?
संवैधानिक अपेक्षा है
लोक क्षेत्रक में पहले से लगाई गई भारी मात्रा की पूंजी की देखभाल आवश्यक है
पंचवर्षीय योजना बाजार समर्थक रीति से अर्थव्यवस्था को दीर्घावधि प्रदान करती रह सकती है
बाजार अर्थव्यवस्था मुख्यत उद्योग और वाणिज्य तक सीमित है और कीर्ति में केंद्रीय योजना आवश्यक है
Ans. D
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